by-Ravindra Sikarwar
सिडनी, ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया में एक भारतीय मूल का व्यक्ति गिरफ्तारी के दौरान एक पुलिस अधिकारी द्वारा कथित तौर पर उसकी गर्दन पर घुटना रखने के बाद कोमा में चला गया है। इस घटना ने मानवाधिकार संगठनों और प्रवासी समुदाय के बीच चिंता बढ़ा दी है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना पिछले सप्ताह सिडनी में हुई जब पुलिस ने एक मामूली विवाद के सिलसिले में 32 वर्षीय सौरभ शर्मा (बदला हुआ नाम) को गिरफ्तार करने का प्रयास किया। शर्मा के परिवार का आरोप है कि गिरफ्तारी के दौरान, एक पुलिस अधिकारी ने सौरभ की गर्दन पर अपना घुटना रख दिया, जिससे वह बेहोश हो गया।
सौरभ को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसकी हालत गंभीर बनी हुई है और वह कोमा में है। डॉक्टरों ने अभी तक उसकी सटीक चिकित्सा स्थिति के बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है, लेकिन परिवार का कहना है कि उसे गंभीर आंतरिक चोटें आई हैं।
सौरभ के परिवार ने इस घटना को पुलिस की बर्बरता का एक स्पष्ट मामला बताते हुए, अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने न्याय के लिए एक अभियान भी शुरू किया है और ऑस्ट्रेलियाई मानवाधिकार आयोग से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस विभाग ने इस घटना पर एक आंतरिक जांच शुरू करने की पुष्टि की है। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि वे मामले की सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं और उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, उन्होंने इस पर कोई और टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, क्योंकि मामला विचाराधीन है।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब दुनिया भर में पुलिस के बल प्रयोग और जवाबदेही पर बहस चल रही है। भारतीय समुदाय के नेताओं ने इस मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। सौरभ के परिवार और उनके समर्थकों को उम्मीद है कि उन्हें जल्द न्याय मिलेगा।